*मिर्गी क्या होता है?
मिर्गी एक प्रकार का मस्तिष्क से संबंधित विकार है। जो मुख्य रुप से तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। इस बीमारी के होने की स्थिति में मरीज के नर्वस सिस्टम में रुकावट पैदा होने लगती है, जिसकी वजह से दिमाग शरीर के अन्य भाग में सूचना नहीं भेज पाता है।
जिसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति अपनी संवेदनाएं और भावनाओं को प्रकट करने की क्षमता थोड़ी देर के लिए रुक जाता है। ऐसी स्थिति में सामान्य तौर पर अलग-अलग सा व्यवहार करने लगता है। इसके अलावा मरीज की मांसपेशियां ऐठने लगती हैं, और ज्यादातर मामलों में मरीज बेहोश हो जाते हैं। मरीज को समय-समय पर झटके भी महसूस हो सकते हैं, जिसे मिर्गी का दौरा कहा जाता है।
*मिर्गी के क्या लक्षण है?
यदि हम मिर्गी के लक्षण के बारे में यदि बात करें तो प्रत्येक मरीज में मिर्गी के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। आइए जानते हैं मिर्गी के कुछ सामान्य लक्षण के बारे में।
१. बेहोश हो जाना
२. अचानक से सुध बुध खो देना
३. मुंह से झाग निकलना
४. समय-समय पर चक्कर आना
५. भ्रम की स्थिति का पैदा होना।
६. हमेशा थकान महसूस करना
७. मांसपेशियों में अकड़न
८. सोचने समझने की क्षमता प्रभावित होना
९. स्वाद अथवा गंध में बदलाव आना
*मिर्गी के क्या कारण है?
मिर्गी यूं तो कई कारणों की वजह से हो सकता है। इनमें कुछ गंभीर बीमारियों के साथ-साथ कोई गंभीर हादसा या फिर सिर पर लगी चोट भी शामिल हो सकती है आइए जानते हैं मिर्गी के कुछ मुख्य कारणों के बारे में।
१. दिमागी तौर पर विकास में कमी के कारण
२. दिमाग में असामान्य रूप से रक्त वाहिकाओं की वजह से
३. किसी हादसे की वजह से गंभीर रूप से मानसिक क्षति होने के कारण
४. गर्भ में किसी हादसे की वजह से चोट लगने के कारण
५. जन्म के समय मेटाबॉलिज्म से संबंधित समस्या होने के कारण
६. सिर पर चोट लगने के बाद अत्यधिक खून बहने के कारण
७. अनुवांशिक या फिर पारिवारिक इतिहास भी मिर्गी के लिए जिम्मेदार हो सकता है
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